Water Shortage
बिहार पत्रिका/बांका। वैशाख मास की चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी से उत्पन्न पेयजल संकट ने पीएचईडी विभाग व सरकार की सात निश्चय योजना अंतर्गत सबसे महत्वाकांक्षी नल जल योजना के पारदर्शिता की पूरी तरह पोल खोलकर रख दी है। बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे प्रखंड के मोरामा-बनगांव पंचायत के वार्ड नम्बर- 7 अंतर्गत केवाड़ी गांव के ग्रामीणों का आक्रोश सोमवार को सड़क पर जमकर दिखा।
महिलाओं व बच्चे बूढ़े नौजवानों की भारी भीड़ ने पुनसिया बाजार स्थित मध्य विद्यालय के सामने पहुंचकर भागलपुर- हंसडीहा मुख्य सड़क मार्ग को पूरी तरह अवरुद्ध करते हुए प्रशासन सहित पीएचईडी विभाग एवं पंचायत प्रतिनिधियों के विरुद्ध में जमकर नारेबाजी करनी शुरू कर दी। आक्रोशित ग्रामीण छोटू यादव, मिथुन कुमार, संतोष रावत, कर्मवीर यादव, मनोरमा देवी, मुन्नी देवी, नीलम देवी, रूबी देवी, आशा देवी, रानी देवी, धानू देवी सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है, गांव के एक सरकारी चापाकल पर पूरा गांव आश्रित है।
इस गांव में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल का जल के लाभ से ग्रामीण शुरू से वंचित है। नल जल योजना पूरी तरह फेल है, ऐसी स्थिति में ग्रामीण बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गए हैं, अगर यही हालत रही तो यहां के ग्रामीण प्यासे मर जाएंगे। हम ग्रामीणों की ओर से पीएचइडी विभाग सहित स्थानीय प्रशासन व जन- प्रतिनिधियों का ध्यान पूरी तरह उपेक्षित है।
इस संबंध में बीडीओ राजकुमार पंडित एवं प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी सुश्री दीपशिखा ने जानकारी देते हुए बताया है कि मोरामा बनगांव पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर- 7 केबाड़ी गांव में हर घर नल का जल के लिए 15वीं वित्त आयोग की राशि से गांव में बोरिंग कराया जा चुका है, शेष काम जल्द पूरा करने के लिए संवेदक एवं एजेंसी को निर्देशित किया गया है। गांव में हैंडपंप चालू अवस्था में है, बंद पड़े हैंडपंप को ठीक करने के लिए पीएचइडी विभाग को निर्देशित किया गया है।
गांव में गंभीर पेयजल संकट को देखते हुए मामले को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक त्वरित कार्रवाई की जा रही है। सड़क जाम होने की सूचना पर अंचल राजस्व पदाधिकारी प्रशांत कुमार झा को भेजा गया था। अंचल राजस्व पदाधिकारी प्रशांत कुमार झा ने बताया कि समझाने-बुझाने एवं आश्वासन देने के बाद मामले को शांत कराते हुए सड़क जाम हटवा लिया गया है।