बिहार पत्रिका डिजिटल, Bihar Sharif Breaking News : बिहार शरीफ सदर अस्पताल परिसर में मंगलवार को अधिवक्ता और मध निषेध विभाग के एक जवान के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। अस्पताल परिसर में दोनों के बीच जमकर हाथापाई हुई। सदर अस्पताल में तैनात गार्ड और अन्य लोगों ने किसी तरह दोनों का अलग किया। विवाद बिहार शरीफ व्यवहार न्यायालय के वकील जितेंद्र कुमार और मध निषेध के सिपाही प्रमोद कुमार के बीच हुई है।
घटना उत्पाद अधिनियम में पकड़े गए किशोर की मेडिकल जांच के दौरान हुई। अधिवक्ता ने मध निषेध विभाग पर किशोर की पिटाई करने का आरोप लगाया है। वकील जितेंद्र कुमार का कहना है कि मध निषेध विभाग की टीम ने नूरसराय थाना क्षेत्र के एक गांव से एक किशोर को पकड़ा था। हालांकि उसके पास से कुछ बरामद नहीं हुआ था। इसके बाद भी सिपाहियों ने उसके साथ मारपीट की।
सड़के को किशोर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया था। न्यायाधीश ने उन्हें आदेश दिया था कि किशोर को बिहार शरीफ सदर अस्पताल ले जाएं और अपनी देखरेख में इलाज कराये। इलाज के दौरान सिपाही उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भेज रहा था।
इस बारे में मध निषेध के सिपाही का कहना है कि वकील इलाज के दौरान किशोर से गलत बातें लिखवा रहे थे। उन्होंने जब वकील को टोका तो उनसे वह उलझ गये और बेल्ट निकाल लिया। उनके कपड़े फाड़ दिए। सूचना पाकर उत्पाद विभाग के अधिकारी पहुंचे और सभी को अपने साथ ले गए।