Fertilizer Subsidy New Rule : बिहार पत्रिका डिजिटल,नई दिल्ली। देश में इस साल मानसून के 4 दिन देरी से दस्तक देने की खबर है। इसी बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में खाद और उर्वरकों पर सब्सिडी घटाने का फैसला किया। संभावना जताई जा रही थी इससे आने वाले दिनों में खाद के दाम बढ़ जाएंगे। लेकिन सरकार ने इस बात को खारिज कर दिया है।
कैबिनेट की बैठक में हुए फैसलों की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने पहले जानकारी दी कि फर्टिलाइजर्स की सब्सिडी में कमी की गई है। हालांकि बाद में सरकार की ओर से साफ किया गया कि डीएपी और यूरिया जैसे फर्टिलाइजर्स की कीमत में इजाफा नहीं किया गया है। इसी के साथ सरकार ने अप्रैल से सितंबर की अवधि में दी जाने वाली सब्सिडी की डिटेल भी जारी कर दी।
सरकार खाद पर देगी इतनी सब्सिडी
1. सूत्रों ने फर्टिलाइजर्स पर मिलने वाली सब्सिडी की नई दरों को जानकारी दी है। इससे अब किसानों पर खाद की कीमत का इतना बोझ बढ़ सकता है।
2. सरकार खाद पर कुल 1.08 लाख की सब्सिडी देगी।
यूरिया के लिए सरकार ने खाद सब्सिडी का बजट 70,000 करोड़ रुपये रखा है।
3. डीएपी और अन्य खाद के लिए सरकार ने 38,000 करोड़ रुपये का सब्सिडी बजट तय किया है।
4. खाद सब्सिडी अप्रैल से सितंबर के खरीफ सीजन के लिए दी जानी है।
खरीफ की फसल पर पड़ता असर
मानसून का सीजन खरीफ की फसल का सीजन होता है। इस सीजन में सबसे ज्यादा धान की बुवाई होती है जिसमें मुख्य खाद के तौर पर यूरिया यानी नाइट्रोजन की जरूरत पड़ती है। ऐसे में अगर यूरिया के दाम बढ़ते तो खरीफ की फसल पर इसका असर दिखता।
जबकि मौसम विभाग ने इस साल मानसून के 4 दिन की देरी से यानी 4 जून को दस्तक देने की बात कही है। वहीं अल नीनो का प्रभाव क्षेत्र बनने से देश के कई इलाकों सूखा पड़ने की भी संभावना है। ऐसे में खाद के दाम बढ़ने से धान के भाव में और तेजी आ सकती थी।
इसके अलावा कैबिनेट की बैठक में आईटी हार्डवेयर के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम के दूसरे चरण को मंजूरी दी गई है। इसके लिए 17,000 करोड़ रुपये के प्रोत्साहन को मंजूरी दी गई है।