बिहार पत्रिका डिजिटल, Prashant Kishore Jan Suraj : जन सुराज के बारे में लोग आज कई तरह की बातें सोचते हैं या फिर लोगों का मानना है कि मैं बिहार के लोगों के लिए क्या करने जा रहा हूं? मैंने जो काम पिछले 10 सालों में किया है, वो डंके की चोट पर किया है।
मैंने चोरी नहीं की न ही किसी की जेब काटी है। मैंने अपने अनुभव और अथक परिश्रम से पूरे भारत के अलग-अलग राज्यों में पार्टी और दलों को जीत दिलाकर मंत्री मुख्यमंत्री बनवाया है और ऐसा कर इस बिहार के लड़के ने पूरे देश में झंडा गाड़ा है। पिछले 10 सालों से जब तक मैं इस काम को कर रहा था तब तक उस समय कोई भी राज्य हो चाहे वो बंगाल हो गुजरात हो या फिर आंध्र प्रदेश हो बड़े-बड़े नेताओं को सलाह लेना होता था तो वो प्रशांत किशोर को बुलाकर लेते थे। मैंने इस काम को तब छोड़ा जब इस काम पे कामयाबी पाकर मैंने झंडा गाड़ा था।
बिहार में आज मैंने अपने जीवन का सब कुछ छोड़ कर बिहार के लोगों का हाथ पकड़ा हूं। आज मैं बिहार के लोगों को बता रहा हूं कि अगर मैं दलों को और नेताओं को जीता सकता हूं तो भरोसा रखिए आपको भी सलाह देकर जीत दिलाएंगे। आज हम समाज की मदद से ऐसे लोगों को ढूंढ कर निकालेंगे और अपनी पूरी ताकत लगाकर चुनाव में जीता कर लाएंगे और विकसित बिहार का निर्माण करेंगे।