मृत्युंजय कुमार,बिहार पत्रिका, वैशाली: Vaishali News: महनार अंचल के हसनपुर दक्षिणी घाट एवं सहदेई बुजुर्ग के सलहा में बाढ़ से बचाव के लिए किए गए निरोधात्मक कार्य का जिलाधिकारी श्री यशपाल मीणा के द्वारा निरीक्षण किया गया।
कार्यपालक अभियंता बाढ़ एवं जल निस्सरण प्रमंडल हाजीपुर के द्वारा बताया गया कि हसनपुर उत्तरी घाट पर बाढ़ से बचाव के लिए सुरक्षा की दृष्टि से पिछले साल निरोधात्मक कराया गया था जो अभी सही स्थिति में है। उन्होंने कहा कि हाजीपुर महनार के बीच लगभग 40 किलोमीटर में से 1980 मीटर में बांध बना हुआ है और बाकी जगह खुला हुआ है।
अंचलाधिकारी महनार ने बताया कि पिछले साल के कटाव से प्रभावित होने वाले लोग बहलोलपुर गांव में रह रहे हैं। बहलोलपुर के लिए सरकारी नाव की व्यवस्था रखी गई है। उन्होंने कहा कि हसनपुर उत्तरी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित होने वाले लवापुर नारायण,अलीपुरहट्टा सहित 5 पंचायतों के लिए 17 नाव चिन्हित किया गया है।कार्यपालक अभियंता ने बताया कि विशेष परिस्थिति के लिए 20 हजार सेंड बैग छह स्थानों पर जमा कर रखा गया है।
इसके अतिरिक्त 2 लाख खाली बोरी गोदाम में रखी हुई है। जिलाधिकारी के द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी महनार एवं अंचलाधिकारी महनार को सैंडबैग और गोदाम में रखे गए खाली बोरी का भौतिक सत्यापन शीघ्र ही कर लेने का निर्देश दिया गया।
सहदेई बुजुर्ग के सलहा स्थित सलूईस गेट को देखा गया। कार्यपालक अभियंता के द्वारा बताया गया कि यहां 50 गेट हैं जिसकी मरम्मत का कार्य पूरा करा दिया गया है।जिलाधिकारी ने सलहा के वार्ड नंबर 6 एवं 7 का भ्रमण कर नल जल सहित अन्य योजनाओं के विषय में ग्रामीणों से मिलकर जानकारी प्राप्त की।यहां पर मनरेगा से छठ घाट का निर्माण कार्य चल रहा था जिसका अवलोकन किया गया।
आगे चलकर देसरी अंचल स्थित बिलर चौक के पास सलूईस गेट का निरीक्षण किया गया और सभी सलूईस गेट के पास निगरानी रखने के लिए वॉलिंटियर्स रखने का निर्देश दिया गया। एसडीओ महुआ और महनार को बाढ़ से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों एवं जलजमाव वाले क्षेत्रों का भ्रमण करते रहने का निर्देश दिया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी के साथ प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन शाखा, एसडीओ माहनार, अंचलाधिकारी महनार, कार्यपालक अभियंता सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे