प्रधानमंत्री ड्रीम प्रोजेक्ट योजना में भ्रष्टाचार
बिहार पत्रिका। अमित कुमार झा Bihar Breaking News:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ड्रीम प्रोजेक्ट की सरकारी योजनाएं दम तोड़ती नजर आ रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना में अपात्र व्यक्तियों को योजना का लाभ देने को है लेकिन गौरतलब है कि योजना का सही- सही लाभ लाभुकों तक नहीं पहुंच पा रहा है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डंके की चोट पर दिन- रात गरीबों के लिए तरह- तरह की योजनाएं पारित कर रहे है।
लेकिन बिचौलिया और प्रशासनिक अधिकारी के उदासीनता के कारण यह योजना धरातल पर 0% दिख रही है। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट योजना में भ्रष्टाचार की कहानी अपने आप बयां करती नजर आती है। प्रोत्साहन राशि लेने के लिए प्रखंड क्षेत्र के लोगों को प्रतिदिन प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है। वहीं प्रखंड क्षेत्र में इस उदासीनता को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।
लोग चौपालों में आवेदन देने से लेकर उच्च न्यायालय तक इसकी शिकायत करने की बात करते नजर आ रहे हैं। वहीं क्षेत्र अंतर्गत विश्वसनीय जानकार सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास सहायक व बिचौलिया की मिलीभगत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट योजना में प्रत्येक लाभुक 20-30 हजार की वसूली भी की जाती है, जबकि प्रधानमंत्री का कहना है कि सभी लोगों तक योजना का लाभ पहुंचे कोई छूटे नहीं।
प्रधानमंत्री आवास योजना भी नामचीन लोगों को ही दिया जा रहा है, अब ऐसे में गरीबों के पास न नजराना देने योग्य रकम होगा और न ही प्रोत्साहन राशि लेने के हकदार। वैसे प्रखंड के समस्त पंचायतों में ऐसे कारनामों का ढ़ेर सा लगा हुआ है। अगर वरीय पदाधिकारी द्वारा जांच टीम से जांच किया जाए तो सरकारी दावे हवा- हवाई होगी। इतनी बड़ी लापरवाही जिला प्रशासन के लिए प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है?