Dengue In Bihar: पूरे बिहार में डेंगू अपना कहर बरपा रहा है। शुक्रवार को प्रदेश में डेंगू के 200 से अधिक मरीज मिले हैं। राजधानी पटना में सर्वाधिक 53 मामले आए हैं। प्रदेश की विभिन्न मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में 196 एडमिट मरीजों का इलाज चल रहा है। पटना के चारों मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में 48 मरीज एडमिट हैं और गैर सरकारी अस्पतालों को मिलाकर इलाजरत डेंगू मरीजों की संख्या 75 है।
बिहार में तेजी से बढ़ रहे डेंगू के मामलेः
पटना के बाद भागलपुर में सर्वाधिक दूसरे नंबर पर नए मामले मिले हैं और यहां 29 नए मामले सामने आए हैं। भागलपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 93 मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश में अब डेंगू के चारों वेरिएंट के मामले मिल चुके हैं। शुक्रवार को डेंगू के नए वेरिएंट DENV-IV के मामले के भी एक मरीज में पुष्टि हुई है। इससे पहले DENV-I, DENV-II, DENV-III वेरिएंट की पुष्टि कई डेंगू मरीजों में हो चुकी है।
डेंगू के चारों वेरिएंट के मरीजों की पुष्टिः
डेंगू से सभी शुक्रवार को पटना में 15 डेंगू मरीजों का वायरस सिरोटाइप डिस्ट्रीब्यूशन किया गया। जिसमें एक मरीज में DENV-IV की पुष्टि हुई है। इससे पहले तीन मरीज में डीईएनवी-1, दो मरीज डीईएनवी-2, सात मरीजों डीईएनवी-3 वायरस पाए गए थे, 13 सितंबर से 15 सितंबर के बीच लिए गए डेंगू के सैंपल में से 15 सैंपल की सिरोटाइप डिस्ट्रीब्यूशन की गई थी।
लंबे समय बाद मिला DENV-IV वैरिएंट:
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का मानना है कि डेंगू का वेरिएंट DENV-IV प्रदेश में लंबे समय से नजर में नहीं आया था। सैंपल के आधार पर विशेषज्ञ मरीज का पता लग रहे हैं, जिसमें यह वेरिएंट मौजूद है। दरअसल जिस मरीज में डेंगू के DENV-IV वेरिएंट का पता चला है वह ओपीडी में इलाज के लिए आया था।
फागिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव जारीः
पटना में डेंगू के मरीज जिस प्रकार मिल रहे हैं उसको देखते हुए नगर निगम ने भी फागिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव तेज कर दिया है। पटना का सबसे अधिक डेंगू प्रभावित इलाका पाटलिपुत्र है। इसके अलावा बांकीपुर, कंकड़बाग, पटना सिटी, फुलवारीशरीफ, कुम्हरार, शास्त्री नगर जैसे इलाके डेंगू के हॉटस्पॉट बने हुए हैं।
डेंगू नियंत्रण कक्ष से हो रही मॉनेटरिंगः
डेंगू के बढ़ते मामले को देखते हुए प्रदेश में डेंगू नियंत्रण कक्ष बनाया गया है जो 24 घंटे मरीजों के सहायता लिए उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग में 0612-2951964 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। यहां एक कॉल पर जरूरतमंदों को मदद मिलेगी और लोग अस्पतालों में बेड और ब्लड बैंकों में प्लेटलेट्स की उपलब्धता से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।