FIR is registered with the help of mobile flashlight: बिहार का एक थाना ऐसा जहां मोबाइल फ्लैशलाइट के सहारे लिखी जाती है एफआईआर …जानें कहां का है मामला

बिहार पत्रिका डिजिटल, भागलपुर। FIR is registered with the help of mobile flashlight: जिलांतर्गत अकबरनगर में तेज आंधी-पानी ने थाने में बिजली व्यवस्था की पोल खोल दी। यहां एक इन्वर्टर तक नहीं है। विभाग से एक जेनरेटर दिया गया है लेकिन अबतक कनेक्शन नहीं होने से थाना में शोभा की वस्तु बना हुआ है। भागलपुर में 20 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली हवा ने बिजली व्यवस्था की पोल खोल दी। जिलांतर्गत अकबरनगर में बीती रात आई आंधी और बारिश के बाद बिजली आपूर्ति चरमरा गई।

आम दिनों में भी बिजली गुल होते ही पूरा थाना परिसर अंधेरे में डूब जाता है। पुलिस ने मोबाइल फोन की रोशनी में फरियाद सुनी और आवेदन लेकर सुबह आने की बात कही। वहीं, एक एसआई मोबाइल फोन की रौशनी से एफआईआर लिख रहे थे। पुलिस ने बताया कि थाने में कुछ वर्ष पूर्व जेनरेटर दिया गया है लेकिन अभी तक कनेक्शन नहीं किया गया है, इसके कारण बिजली जाने के बाद अंधेरा छाया रहता है।

थाना प्रभारी के कार्यालय से लेकर स्टाफ रूम तक अंधेरा छा जाता है और तो और यदि कोई पीड़ित आ जाए तो उसकी रिपोर्ट या तो मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाकर लिखी जाती या फिर कार्यालय से बाहर लिखी जाती है। अकबरनगर थाना में सौर ऊर्जा की व्यवस्था है जो केवल 16 सीसीटीवी कैमरे को संचालित करती है। थाने में एक इनवर्टर तक नहीं है। विभाग से एक जेनरेटर दिया गया है लेकिन अबतक कनेक्शन नहीं होने से थाना में वह शोभा की वस्तु बना हुआ है।

बिजली चली जाए तो पूरा थाना अंधकार में डूब जाता है। इस दौरान कई थाना प्रभारी आए और कई चले गए पर किसी ने थाने में इनवर्टर लगाने की जहमत नहीं उठाई। बिजली नहीं रहने से पुलिसकर्मियों को भीषण गर्मी में पेयजल के साथ-साथ पंखे नहीं चलने से समस्या उत्पन्न होती है।

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