बिहार पत्रिका डिजिटल, Indian Olympic Association Decision : भारतीय ओलंपिक संघ ने भारतीय कुश्ती महासंघ के सभी निवर्तमान अधिकारियों को डब्ल्यूएफआई के संचालन के संबंध में किसी भी प्रशासनिक कार्य को करने से प्रतिबंधित कर दिया है। इससे पहले खेल मंत्रालय के निर्देश पर आईओए ने एक एड-हॉक कमेटी का गठन किया था, जो भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के गठन के 45 दिनों के भीतर नए सिरे से चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार होगी।
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) का ताजा फैसला पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के लिए बेहद अहम है। इस नए फैसले से पूर्व एक एडहॉक कमेटी बनाई गई थी। यह कमेटी हर दिन WFI के होने वाले कार्यक्रम पर नजर रख रही थी। यही कमेटी आने वाले समय में WFI के चुनाव भी कराएगी।
आईओए के संयुक्त सचिव और कार्यवाहक सीईओ कल्याण चौबे ने 12 मई को एक आदेश के माध्यम से निर्देश जारी किए जिसमें कहा गया है कि आईओए द्वारा कुश्ती के अनुशासन के लिए नियुक्त तदर्थ समिति राष्ट्रीय खेल महासंघ के सभी कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाएगी, जैसा कि खेल संहिता के नियमों में कहा गया है।
भारतीय पहलवानों का कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना-प्रदर्शन लगातार जारी है। दिल्ली के जंतर-मंतर पर डटे पहलवान के द्वारा WFI के अध्यक्ष बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग की जा रही है। ये दूसरी बार है, जब पहलवानों को धरना-प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरना पड़ा है।