बिहार पत्रिका डिजिटल, सारण (Mid Day Meal News) : बिहार के सारण से एक बड़ी घटना सामने आ रही है यहाँ बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे मील में छिपकली मिली है। इस खाने को खाने से लगभग 36 बच्चों की तबीयत बिगड़ी गई। आनन-फानन में विद्यालय में उपस्थित टीचर ने सभी बच्चों को सदर चिकित्सालय में भर्ती कराया। साथ ही इसकी खबर जिला प्रशासन को दी। घटना डुमरी पंचायत के उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय की है।
अध्यापकों का कहना है कि NGO द्वारा बनाया जाने वाला खाना खाने के लायक नहीं है। बता दें कि 16 जुलाई 2013 को सारण के मशरक के एक विद्यालय में जहरीला मिड-डे मील खाने से 23 बच्चों की मौत हो गई थी। बृहस्पतिवार की सुबह लगभग 10 बजे बच्चों को मिड-डे मील परोसा जा रहा था। इस के चलते किसी बच्चे ने अपनी थाली में छिपकली देखी। तत्काल उसने यह बात विद्यालय में उपस्थित अध्यापक को बताई। तत्पश्चात, सभी अध्यापकों ने मिड-डे मील खा रहे बच्चों को खाना खाने से रोक दिया।
इसी बीच आहिस्ता-आहिस्ता बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। खबर प्राप्त होने पर सदर SDM संजय कुमार राय ने सदर चिकित्सालय पहुंचकर बच्चों का हाल जाना। फिर उन्होंने बताया कि 40 बच्चों ने मिड-डे मील खाया था, जिसमें से 36 बच्चों की तबीयत बिगड़ने की बात सामने आई है। चिकित्सकों ने सभी बच्चों ही हालत खतरे से बाहर बताई है।
इसके अतिरिक्त खाना सप्लाई करने वाली संस्था पर भी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन, इससे पहले बच्चों का उपचार करना हमारी प्राथमिकता है। मामले में स्कूल की हेडमास्टर सुमन कुमारी ने बताया कि रोज की भांति NGO के द्वारा विद्यालय में खाना लाया गया था। उस खाने में छिपकली पाई गई है। तत्पश्चात, बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। हम तत्काल सभी बच्चों को लेकर छपरा सदर चिकित्सालय गए। मैंने भी थोड़ा सा खाना खाया था। वहीं, सदर चिकित्सालय के डॉक्टर संतोष ने बताया कि सभी बच्चों की तबीयत स्थिर है।