बिहार पत्रिका डिजिटल, Fire In Train: ओडिशा रेल हादसे को हुए एक हफ्ता भी नहीं बीता है। इस बीच ओडिशा के ही नुआपाड़ा जिले में एक बड़ी रेल दुर्घटना होने से बच गई। नुआपाड़ा जिले के पास गुरुवार (8 जून) को दुर्ग पुरी एक्सप्रेस के एक कोच में आग लगने की घटना सामने आई। इस घटना से यात्रियों के बीच हड़कंप मच गया।
रेलवे अधिकारियों ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की जान-माल की हानि नहीं हुई है। रेलवे की ओर से बयान जारी करते हुए कहा गया कि ब्रेक के पूरी तरह से न हटने के चलते लगातार रगड़ लगने की वजह से ट्रेन के ब्रेक पैड्स में आग लग गई थी। आग ब्रेक पैड्स तक ही सीमित थी. इस हादसे में कोई नुकसान नहीं हुआ है।
ब्रेक पैड्स में लगी थी आग- रेलवे
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, रेलवे ने अपने बयान में कहा कि ट्रेन गुरुवार की शाम को खैरियर रोड स्टेशन पर पहुंची तो बी3 कोच में धुएं की बात सामने आई थी। रेलवे के अधिकारियों ने साफ किया कि समस्या को एक घंटे में ही ठीक कर लिया गया और ट्रेन रात में 11 बजे अपने गंतव्य के लिए निकल गई।
दुर्ग पुरी एक्सप्रेस के बी3 कोच में जैसे ही धुआं भरा लोग ट्रेन से बाहर निकल गए। इसकी वजह से और यात्रियों के बीच भी हड़कंप मच गया। ये घटना ओडिशा के बालासोर जिले में हुई हादसे के एक हफ्ते के भीतर ही हुई है। ओडिशा रेल हादसे में 288 जानें गई हैं और 1100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
ओडिशा रेल हादसे में कई मृतकों की नहीं हो सकी पहचान
ओडिशा रेल हादसे के कई मृतकों की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है। वहीं, अब परिवार वालों के साथ मृतकों का डीएनए मिलाने के बाद ही शव दिए जाने की बात की जा रही है। रेलवे अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि कई शवों को लेने के लिए दो-दो लोग आ रहे थे। जिसके चलते ये फैसला लिया गया है।