Mustard-Soybean Oil Rate: वैश्विक स्तर पर खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट से भारतीय खाद्य तेल कंपनियों पर कीमतों में कटौती का दबाव बढ़ गया है। केंद्र सरकार ने तेल कंपनियों से भी कीमत 8-12 रुपये प्रति लीटर कम करने को कहा है। जिसके बाद मदर डेयरी ने पिछले हफ्ते धारा ब्रांड के तेल के दाम में 10 रुपए की कमी की है। तेल कंपनियों को चिंता है कि कीमतें गिरने से घाटा और बढ़ेगा।
खाद्य तेल के प्रमुख आयातकों में से एक भारत ने 2021-22 के दौरान 1.57 लाख करोड़ रुपये मूल्य के खाना पकाने के तेल का आयात किया है। भारत अपना अधिकांश पाम तेल मलेशिया और इंडोनेशिया से खरीदता है। जबकि सोयाबीन तेल का आयात अर्जेंटीना और ब्राजील से किया जा रहा है। भारत अपनी कुल खाद्य तेल आवश्यकता का 50 प्रतिशत से अधिक विदेशों से आयात करता है।
मंत्रालय ने पिछले हफ्ते तेल की कीमतों में कटौती के लिए कहा था। खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने 2 जून को सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (C) और इंडियन वेजिटेबल ऑयल प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IVPA) सहित प्रमुख उद्योग प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक में खाद्य तेल के खुदरा मूल्य में और कमी लाने का आह्वान किया।
जबकि पिछले मई में भी कंपनियों से कीमतें कम करने की अपील की गई थी। खाद्य सचिव ने कहा कि पिछले दो महीनों में विभिन्न खाद्य तेलों की वैश्विक कीमतों में 150-200 डॉलर प्रति टन की कमी आई है। जबकि देश में सरसों प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में अन्य कंपनियों के खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट आ सकती है।