बिहार पत्रिका डिजिटल, PhonePay warns Congress: मध्य प्रदेश में विधानसभा से पहले बीजेपी और कांग्रेस में सियासी जंग तेज होती दिख रही है। दोनों पार्टियां इस समय एक-दूसरे पर जमकर निशाना साध रही हैं। मध्य प्रदेश की राजनीतिक गलियारो में इन दिनों पोस्टर वॉर जारी है।
इस बीच इस वॉर में पेमेंट ऐप फोनपे (PhonePe) ने कांग्रेस को चेतावनी दी है। दरअसल, कांग्रेस द्वारा शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) के विरोध में लगाए गए पोस्टरों में डिजिटल यूपीआई ऐप फोन पे का ‘लोगो’ लगा था। इस पोस्टर में स्कैनर के साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान की फोटो लगी थी।
पूरे विवाद में फोन पे कंपनी का कहना है कि उनको राजनीति में न घसीटा जाए। कंपनी ने इस मामले में कांग्रेस पार्टी को कड़ी चेतावनी दी है और कहा है कि पोस्टरों में फोन पे का लोगो लगाने पर वह लीगल एक्शन लेंगे। कंपनी ने इसको लेकर आधिकारिक बयान भी जारी किया है।
कांग्रेस को फोनपे ने लगाई फटकार
डिजिटल पेमेंट ऐप फोनपे ने कहा, ‘सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ लगाए गए एक राजनीतिक पोस्टर में हमारे लोगो और स्कैनर का इस्तेमाल सीएम की फोटो के साथ करना गलत है। फोन पे कंपनी ने MP कांग्रेस को टैग कर ट्वीट किया और लिखा- हमारे लोगो का दुरुपयोग कर रहे हैं, लीगल एक्शन लेंगे।
PhonePe objects to the unauthorized usage of its brand logo, by any third party, be it political or non-political. We are not associated with any political campaign or party.
— PhonePe (@PhonePe) June 26, 2023
The PhonePe logo is a registered trademark of our company and any unauthorized use of PhonePe’s intellectual property rights will invite legal action. We humbly request @INCMP to remove the posters and banners featuring our brand logo and colour ????.
— PhonePe (@PhonePe) June 26, 2023
फोन पे कंपनी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से MP कांग्रेस को टैग करते हुए लिखा, “PhonePe किसी भी तीसरे पक्ष, चाहे वह राजनीतिक हो या गैर-राजनीतिक, द्वारा उसके ब्रांड लोगो के अनधिकृत उपयोग पर आपत्ति जताता है। हम किसी राजनीतिक अभियान या पार्टी से जुड़े नहीं हैं। ”
कंपनी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “बिना परमिशन लिए आपने हमारा ‘लोगो’ इस्तेमाल किया, जबकि यह लोगो हमारी कंपनी का रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क है। किसी को भी हमारे ‘लोगो’ का इस्तेमाल करने का अधिकार नहीं है। सिवाय यूपीआई पेमेंट को छोड़कर. हम किसी राजनीतिक अभियान या पार्टी से जुड़े नहीं हैं।”