बिहार पत्रिका डिजिटल, पटना; Bihar News : जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार में कांग्रेस की जमीनी हकीकत की पोल खोलते हुए कहा कि आज कांग्रेस बिहार में कहीं नहीं है न कोई नेता जमीन पर दिखता है। बस आज वो महागठबंधन वाली सरकार में शामिल हैं, तो सरकार में बहुत लोग शामिल हैं इससे क्या हो गया? आज कांग्रेस राजनीतिक संगठन होने के नाते बिहार में कहीं नहीं है। न ही उनके नेता कुछ करते दिखते हैं।
प्रशांत किशोर ने कहा कि इस बार कांग्रेस कर्नाटक का चुनाव जीती है तो मैं कहना चाहूंगा कि कर्नाटक में मिली जीत को कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव की जीत के तौर पर न देखे। पिछले चुनावों की बानगी देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा के लिए 2013 में हुए चुनाव में कांग्रेस जीतकर आई, उसके एक साल बाद ही 2014 के आम चुनाव में बीजेपी सबसे अधिक लोकसभा की सीटें जीतकर आई।
आपको याद होगा कि 2018 के दिसंबर में राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस जीतकर आई, लेकिन इसके ठीक 4 महीने बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत ही बुरा रहा और खाता तक नहीं खुला। इसलिए मैं कांग्रेस या अन्य पार्टियों को भी बता रहा हूं कि देश में हर चुनाव एक अलग चुनाव होता है।