श्रवण आकाश, बिहार पत्रिका डिजिटल ( Khagaria News): परबत्ता प्रखंड के हड़ताली आशा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को प्रखंड के आईटी भवन पर पहुंचकर अपनी मांगों के समर्थन में आक्रोश जताई। जहां आईटी भवन के गेट पर पहुंचकर सरकार विरोधी नारे लगाए और अपनी मांगों के समर्थन में प्रभारी बीडीओ लक्ष्मण प्रसाद को मांग पत्र भी सौंपा।
प्रभारी बीडीओ लक्ष्मण प्रसाद ने मांग पत्र को आगे बढ़ाने की बात कहा, इसको लेकर आशा ने एकजुटता परिचय दिया है और बोली मेरी मांग पूरी हो, अन्यथा आशा संबंधित कार्यों बंद रहेगी।
वही मौजूद आशा प्रखंड अध्यक्षा सुजाता कुमारी ने बताई की मुझे पारितोषिक नहीं चाहिए, बल्कि मासिक मानदेय वेतन चाहिए और सरकारी कर्मचारी घोषित करें । इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में 1000 रुपए मानदेय दिया जाता है, जो बिल्कुल नहीं चाहिए , बल्कि अब 10 हजार रुपए का मासिक वेतन चाहिए।
इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि जब तक मेरी मांगें पूरी नहीं होगी, हड़ताल जारी रहेगी । हम लोग चिलचिलाती धूप गर्मी, भीषण मुसलाधार बारिश व दिन-रात मजदूरी का उचित मेहताना मुझे चाहिए। सामान्य वेतन नहीं चाहिए, मुझे मासिक वेतन 10 हजार रुपए से अधिक चाहिए । आशा के कार्यों का महत्व यहां के अधिकारियों द्वारा नहीं दी जाती है और उनके मान-सम्मान को लेकर हर समय वरीय अधिकारियों द्वारा भेदभाव की जाती है, जो साफ नाइंसाफी है।
वहीं पुछताछ में आशा जागृति कुमारी ने बताई की 1000 का भी जो वर्तमान में दी जाती थी, वह भी बंद हो चुकी है और अब मुझे वह 1000 नहीं बल्कि 10000 का मासिक वेतन चाहिए। जबकि वहीं मौजूद आशा किरण देवी ने बताया कि हम लोगों को सामान्य प्रोत्साहन राशि नहीं चाहिए, बल्कि मासिक मजदूरी सामान्य मजदूरी को छोड़ उचित मजदूरी दी जाय, जो कि वर्तमान समय त्रुटिपूर्ण मानदेय दी जा रही है, जिस पर हम लोग असंतुष्ट हैं और असहमत है।
उन्होंने अधिकारियों से और बिहार सरकार से 1000 नहीं बल्कि ₹10000 का मासिक मानदेय का मांग किया। इसको लेकर मौजूद आशाओं ने जमकर आक्रोश जताया और कहा कि सरकार हमारे साथ नाइंसाफी कर रही है। हमारा संविधान किसी मजदूर को कानून सम्मत मजदूरी न देनेवाले को सजा देती है, लेकिन यहां हमारे लिए तो कोई मजदूरी हीं निर्धारित नहीं है, इसीलिए हमारा संगठन ने फैसला लिया है कि जब तक सरकार हमारी नौ सुत्री मांग को मान नहीं लेती है, तब तक हम हड़ताल पर डटे रहेंगे।
हड़ताल में एकजुटता का परिचय देंगे और अपनी मांगों पर डटे रहेंगे। बताया जाता है कि गत 12 जुलाई से अपनी सात सूत्री मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं ने सीएचसी परबत्ता में हड़ताल पर हैं I
वहीं इधर सीओ लक्ष्मी प्रसाद ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे आशा कार्यकर्ताओं को समझा सुझा कर शांत किये तथा कहा कि उनकी सारे मांगो को लेकर उच्च अधिकारी को भेजी जाएगी I इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि आप सभी की हड़ताल मांगों का मैं समर्थन करता हू। अंततः उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से आप सभी अपनी मांगों को लेकर लगे रहिए तो आने वाले समय में बिहार सरकार अवश्य आप सभी आशा कर्मीयों की मांग को पुरी करेंगे।
मौके पर आशा ममता कुमारी, कंचन कुमारी, राधा देवी, सुनैना देवी, नीलम देवी, पिंकी कुमारी, सीमा कुमारी, आशा देवी, सुनीता आदि दर्जनों आशा कर्मीयों की मौजूदगी देखी गई।