बिहार पत्रिका। अमित कुमार झा Bihar Breaking News: भागलपुर। बिहार। सिल्क सिटी भागलपुर जिलांतर्गत तिलकामांझी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० जवाहरलाल ने विश्वविद्यालय परिसर स्थित ऐतिहासिक टिल्हा कोठी की जर्जर स्थिति से अपर मुख्य सचिव केके पाठक को अवगत कराया। कुलपति ने कहा कि यहां पर कविगुरु रवींद्रनाथ टैगोर ने अपनी उपन्यास गीतांजलि के कुछ अंश लिखे थे।
आज वह स्थल जर्जर है, चहारदिवारी टूटी हुई है। इसपर अपर मुख्य सचिव ने कुलपति को टिल्हा कोठी की मरम्मत, जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण को लेकर प्रस्ताव शिक्षा विभाग को भेजने को कहा। कुलपति ने बताया कि टीएमबीयू का टीएनबी कॉलेज काफी पुराना और गौरवशाली अतीत वाला कॉलेज है, इसे हेरिटेज बिल्डिंग के रूप में विकसित करने की जरूरत है।
इसपर अपर मुख्य सचिव ने टीएनबी कॉलेज को ऐतिहासिक बिल्डिंग के रूप में डेवलप करने के लिए भी प्रपोजल देने को कहा। बैठक में टीएमबीयू के प्रेजेंटेशन को काफी सराहा गया। अपर मुख्य सचिव ने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक, प्रशासनिक व रिसर्च कार्यों और वित्तीय मामलों की सराहना की गई। इसके लिए कुलपति प्रो० जवाहरलाल सहित विश्वविद्यालय के अधिकारियों को बधाई दी। पीआरओ डॉ० दीपक कुमार दिनकर ने बताया कि बैठक में टीएमबीयू के कुलपति प्रो० जवाहरलाल ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के द्वारा विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों के तहत क्लास रूम टीचिंग, छात्रों का नामांकन संख्या, प्रतिदिन उपस्थिति, औसत उपस्थिति, पठन-पाठन की वास्तुस्थिति से अपर मुख्य सचिव को अवगत कराया।
कुलपति ने शोध और अनुसंधान के क्षेत्रों में की गई प्रगति की जानकारी दी। टीएमबीयू में छात्र हित में शुरू किए गए छात्र दरबार की अनूठी और ऐतिहासिक पहल की खूब सराहना हुई। कुलपति ने बताया कि सितंबर माह से पेंशन दरबार लगाने के भी योजना है।