दैनिक बिहार पत्रिका, डेस्क। हरिद्वार में रामलीला मंचन के दौरान जेल से दो कैदी फरार हो गए। शुक्रवार रात दोनों वानर का रोल निभा रहे थे। माता सीता की खोज का प्रसंग चल रहा था।
वानर सेना माता सीता की खोज के लिए निकली थी। मौका मिलते ही दोनों निर्माणाधीन हाई-सिक्योरिटी बैरक के पास पहुंचे। वहां रखी सीढ़ी के सहारे 22 फीट ऊंची दीवार फांदकर भाग गए। जेल के अफसरों को घटना का पता उस वक्त चला, जब कैदियों को गिनती हुई।
इसके बाद रातभर खोजबीन हुई, लेकिन दोनों कैदियों का पता नहीं चला। घटना रोशनाबाद जेल की है। जेल 8 से 10 एकड़ में फैली है। यहां करीब 1400 कैदी बंद हैं। घटना के बाद 6 कार्मिकों को निलंबित कर दिया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना की विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं।
कैदियों की पहचान उत्तराखंड के रुड़की निवासी पंकज और यूपी के गोंडा के रहने वाले राजकुमार के रूप में हुई है। पंकज हत्या के केस में उम्रकैद की सजा काट रहा था। बाल्मीकी ग्रुप से भी जुड़ा हुआ है। वहीं, रामकुमार अपहरण के मामले में विचाराधीन है।
एक कैदी ने बताया- जब दोनों कैदी भागे, उस वक्त जेल प्रशासन के कर्मचारी रामलीला देखने में व्यस्त थे। दोनों कैदी सीढ़ी लगाकर जेल से फरार हुए। रातभर हरिद्वार पुलिस और जेल प्रशासन कैदियों की तलाश में जुटा रहा। कैदियों की एक्टिविटी कई दिनों से संदिग्ध लग रही थी। वह कई दिनों से फरार होने की फिराक में थे।