बिहार के 15 जिले के खिलाड़ियों ने लिया प्रतियोगिता में हिस्सा
Khagaria News_दैनिक बिहार पत्रिका_खगड़िया। जिले के नन्हकू मंडल टोला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर स्थित सैनिक रिसोर्ट के सभाकक्ष में आयोजित पूर्व सैनिक मणिकान्त आजाद मेमोरियल एक दिवसीय ओपन रेपीड अंतरजिला शतरंज प्रतियोगिता शुक्रवार को संपन्न हुआ। ज्ञातव्य हो कि नशामुक्त भारत शतरंज अकादमी और जय खगड़िया शतरंज क्लब के तत्वावधान में पूर्व सैनिक मणिकान्त आजाद मेमोरियल एक दिवसीय अंतरजिला शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।
इस प्रतियोगिता में बिहार के पंद्रह जिले से 80 प्रतिभागियों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इस शतरंज खेल के महासग्राम में खिलाड़ियों ने अपने अपने दाव पेंच से विरोधियों को परास्त किया। इस ओपन अंडर-17 और अंडर-14 के वर्गों में पांच- पांच और बालिका वर्ग में प्रथम तीन खिलाड़ी को ट्राॅफी प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया गया। शेष सभी खिलाड़ी को मैडल और प्रमाण पत्र से उपस्थित अतिथियों के द्वारा सम्मानित किया गया। इस निशुल्क शतरंज प्रतियोगिता में कुल 5100 सौ रुपए का नगद पुरस्कार से भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पुरुस्कृत किया गया।
खेल के विकास के लिए पहल कर रही है सरकार: घनश्याम कुमार
इस शतरंज प्रतियोगिता में खगड़िया के जिला खेल पदाधिकारी घनश्याम कुमार बतौर मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे। उन्होंने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार खेल को बढ़ावा देने के लिए संकल्पित है। सरकार द्वारा वर्तमान में खिलाड़ियों के लिए ‘मैडल लाओ नौकरी पाओ’ जैसी योजना काफी सराहनीय है। इससे खिलाड़ियों का बेहतर भविष्य निर्माण संभव प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा सभी पंचायत में खेल का मैदान और सभी प्रखंड में मिनी स्टेडियम बनाया जाएगा ताकि खेल को आगे बढ़ाया जा सके।
पिता के पुण्यतिथि पर खेल का आयोजन सराहनीय: अनिल तिवारी
शतरंज प्रतियोगिता में उपस्थित जिला के उप निर्वाचन पदाधिकारी अनिल तिवारी ने कहा कि आज के समय में जहां लोग अपने माता-पिता को वृद्धावस्था में वृद्धाश्रम में पहुंचा देते हैं, वहीं एक सुपुत्र अपने पिता के पुण्यतिथि पर खेल प्रतियोगिता का आयोजन कर के यह साबित कर दिया कि धरती पर भगवान से भी बड़ा कोई है तो वह माता और पिता हैं। यह उनके पिताजी से मिले अच्छे संस्कार का हीं परिणाम है कि उनके गुजर जाने के बाद भी उनका बेटा उनके पुण्यतिथि के अवसर पर राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता आयोजित कर उनकी ख्याति को दूर तक पहुंचाने के साथ-साथ खेल को आगे बढ़ा रहे हैं।
खेल से हीं मिटेगा समाजिक भेद-भाव: त्यागी
युवा शक्ति के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नागेंद्र सिंह त्यागी ने कहा कि खेल एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां जाति-धर्म और ऊंच-नीच जैसी भेद-भाव खत्म होता और सिर्फ और सिर्फ मानवता और भाईचारा कायम होता है। उन्होंने कहा कि बचपन में जिस तरह हमलोग अपने भाई बहन के साथ एक हीं थाली में भोजन करते हैं, ठीक उसी तरह खेल के दौरान खिलाड़ी भी जाति-धर्म और ऊंच-नीच के भेदभाव से उपर उठकर एक हीं थाली में भाईचारा के साथ भोजन करते हैं। खेल को बढ़ावा देकर हीं हम स्वच्छ सुंदर और स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते हैं। आज जिस प्रकार से युवा पीढ़ी गलत रास्ते पर निकल पड़ते हैं, यदि उस समाज के प्रबुद्धजनों के द्वारा युवाओं को खेल से जोड़ दिया जाएगा तो युवा पीढ़ी को गलत राह पर भटकने से रोकना संभव हो पाएगा।
आज के खिलाड़ी हीं देश के भविष्य हैं: विकास कुमार
इस शतरंज प्रतियोगिता में शामिल जिला परिवहन पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता विकास कुमार ने खेल के पश्चात उपस्थित खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप हीं देश के आगामी भविष्य हैं। खिलाड़ी सिर्फ और सिर्फ अपने कैरियर के लिए पूरी तरह से प्रयास करेंगे तो उन्हें निश्चित रूप से मुकाम हासिल होगा। उन्होंने खिलाड़ियों से गलत राह पर न भटकने की अपील करते हुए कहा कि एक अनुशासित खिलाड़ी हीं स्वर्णिम मुकाम को हासिल करते हैं।
मुश्किल घड़ी में भी नहीं घबराते हैं शतरंज के खिलाड़ी: उमेश प्रसाद
अवध बिहारी संस्कृत महाविद्यालय रहीमपुर खगड़िया के पूर्व प्राचार्य डॉ.उमेश प्रसाद सिंह ने कहा कि शतरंज के खिलाड़ी जिंदगी के घनघोर मुश्किल की घड़ी में भी नहीं घबराते हैं। शतरंज के खेल से प्राप्त ज्ञान खिलाड़ी के जीवन को भी काफी प्रभावित करता है। शतरंज विशुद्ध दिमागी गेम है। शतरंज के खिलाड़ी अपने दिमाग से विरोधियों पर दांव पेंच का प्रयोग कर उन्हें परास्त करने में कामयाबी हासिल करने में सफल होते हैं।
विभिन्न अवसर पर खेल का आयोजन होना आवश्यक
इस शतरंज प्रतियोगिता में उपस्थित जिले के सुप्रसिद्ध समाजसेवी सह भाजपा नेता ई.धर्मेंद्र कुमार, मुफ्फसिल थानाध्यक्ष राजीव रंजन, सामाजी प्रफुल्ल चंद्र घोष, मुखिया कृष्णा नन्द यादव और नंदकेश कुमार उर्फ मुन्ना प्रताप, पूर्व मुखिया संजय यादव और मक्खन साह, पूर्व जिला परिषद सदस्य सह भाजपा नेता मुन्ना यादव युवा शक्ति के प्रदेश उपाध्यक्ष आशुतोष कुमार यादव, प्रदेश सचिव निलेश कुमार यादव, जदयू नेता राकेश पासवान शास्त्री, पप्पू यादव, विशेश्वर यादव, हरिश्चंद्र यादव ने कहा कि हर तरह के अवसर पर इस तरह के खेल का आयोजन करना काफी आवश्यक है।
लोग जन्मदिन, शादी के सालगिरह इत्यादि जैसे अवसर पर लाखों रुपया खाने पीने में खर्च कर देते हैं। यदि इस मौके पर भी खेल प्रतियोगिता का आयोजन करना आरंभ हो जाय तो हर गांव में खेल का जबरदस्त माहौल बनेगा और इससे खिलाड़ी और खेल को भी काफी बढ़ावा मिलेगा। इससे हमारे समाज में भी अच्छा माहौल बनेगा। समाज में जब खेल बढ़ेगा तो शांति सद्भाव भी कायम होगा। इस अवसर पर नशामुक्त भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रेम कुमार यशवंत और शतरंज प्रतियोगिता के संचालक जवाहर कुमार जवाहर और प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक चंद्र राज ने उपस्थित खिलाड़ियों को शतरंज खेल संबंधी महत्वपूर्ण ज्ञान की बातें बताया गया। उन्होंने खिलाड़ियों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि एक खिलाड़ी के लिए अनुशासन के साथ खेल में अपना सर्वस्व देना काफी आवश्यक है।
दुर्गा पूजा जैसे दिन में बिहार के पंद्रह जिले के खिलाड़ियों ने शतरंज प्रतियोगिता में शामिल होकर यह साबित कर दिखाया कि उन्हें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने तक किसी भी पर्व त्योहार को बाधा बनने नहीं देंगे। इस अवसर पर स्मृतिशेष पूर्व सैनिक मणिकांत आजाद के परिजन और रिश्तेदारों ने शतरंज प्रतियोगिता में उपस्थित अतिथिगण, व्यावस्थापक को अंगवस्त्र और मोमेंटो तथा प्रतिभागी खिलाड़ियों को ट्राॅफी, नगद इनाम, प्रमाण पत्र और मैडल से सम्मानित किया गया।